A SECRET WEAPON FOR SHIV CHALISA LYRICSL

A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl

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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।

लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।

अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों shiv chalisa lyricsl की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।

Glory to Girija’s consort Shiva, that is compassionate on the destitute, who often protects the saintly, the moon on whose forehead sheds its beautiful lustre, and in whose ears would be the pendants in the cobra hood.

सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ shiv chalisa lyricsl भारी ।

O Glorious Lord, consort of Parvati You might be most merciful. You mostly bless the weak and pious devotees. Your wonderful type is adorned with the moon on your own forehead and in your ears are earrings of snakes’ Hood.

मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

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